खुशनसीब हैँ वो आदमी इस जहां मे जिसने मुहब्बत की किश्ती को प्रेमके सागर मे उतार दिया हो और मनचाही ख़ुशी पाकर जिसने परमात्मा को धन्यवाद दे कर अनुग्रह का भाव भीअर्जित कर लिया हो ऐसा शख्स कलयुग मे होते हुए भी सतयुग के कल्प वृक्ष पाने का अधिकारी भी बन जाता हैँ ©Parasram Arora कल्प वृक्ष