ग़ज़ल - ( मैं कितना प्यार करता हूं ) आसमान में टिमटिमाते हुए तारों से पूछो मैं कितना प्यार करता हूं ! बहते हुए झरने की गूंज की तरंगों से पूछो मैं कितना प्यार करता हूं ! बहते हुए जल में नदियों के किनारों से पूछो मैं कितना प्यार करता हूं ! चलते मुसाफ़िर की प्यास और पानी से पूछो मैं कितना प्यार करता हूं ! आसमान से गिरती हुई बारिश की बूंदों से पूछो मैं कितना प्यार करता हूं ! बहते हुए आंखों से आंसुओं की धाराओं से पूछो तुम्हें मैं कितना प्यार करता हूं ! ग़ज़ल - ( मैं कितना प्यार करता हूं ) आसमान में हुए टिमटिमाते तारों से पूछो मैं कितना प्यार करता हूं ! बहते हुए झरने की गूंज की तरंगों से पूछो मैं कितना प्यार करता हूं !