कफन तिरंगा, अस्थियां गंगा सीने में हिंदुस्तान था
वो बुजदिल नहीं था भारत माँ का इकलौता संतान था
जब उसका चेहरा सामने रख के नेतागिरी हुई थी
तो बर्फ हिमालय से ज्यादा ये भारत माता रोई थी
परिस्थितियां प्रतिकूल को वही अनुकूल बनाया था
पर नेता अपने भाषण में उसको फिजूल बताया था
तुम गंदे हो तुम गंदे थे.. तेरा गन्दा स्वाभिमान था
वो बुजदिल नहीं था भारत माँ का इकलौता संतान था #RepublicDay#Truth#poem#happyrepublicday#poetrybyManishGupta#MGPlus#mymgplus