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अपने याराने में,

                                 अपने याराने में,
सब खुद में ही मस्त है अपने अपने शामियाने में
नहीं मिलता समय अब तीज़, त्यौहार पर मिलने का
जाने कहाँ व्यस्त हो रहे हे अपने ही आशियाने में
क्या तुम्हारा मन नही करता, आने को यारों के जमाने में
 किसी शायर ने क्या ख़ूब कहा है:
इक ज़माना था कि सब एक जगह रहते थे
और अब कोई कहीं, कोई कहीं रहता है

अब त्योहार नीरस होते जा रहे हैं। त्योहारों का सारा मज़ा मिलने-जुलने में है मगर अब यह मूल भावना ग़ायब होती जा रही है।

#कोईमिलनेनहींआता #collab #yqdidi  #YourQuoteAndMine
#guruwanshu
                                 अपने याराने में,
सब खुद में ही मस्त है अपने अपने शामियाने में
नहीं मिलता समय अब तीज़, त्यौहार पर मिलने का
जाने कहाँ व्यस्त हो रहे हे अपने ही आशियाने में
क्या तुम्हारा मन नही करता, आने को यारों के जमाने में
 किसी शायर ने क्या ख़ूब कहा है:
इक ज़माना था कि सब एक जगह रहते थे
और अब कोई कहीं, कोई कहीं रहता है

अब त्योहार नीरस होते जा रहे हैं। त्योहारों का सारा मज़ा मिलने-जुलने में है मगर अब यह मूल भावना ग़ायब होती जा रही है।

#कोईमिलनेनहींआता #collab #yqdidi  #YourQuoteAndMine
#guruwanshu
guruwanshu8506

Guruwanshu

New Creator

किसी शायर ने क्या ख़ूब कहा है: इक ज़माना था कि सब एक जगह रहते थे और अब कोई कहीं, कोई कहीं रहता है अब त्योहार नीरस होते जा रहे हैं। त्योहारों का सारा मज़ा मिलने-जुलने में है मगर अब यह मूल भावना ग़ायब होती जा रही है। #कोईमिलनेनहींआता #Collab #yqdidi #YourQuoteAndMine #guruwanshu