जब आपास में ना मेल हो अपनों में ना स्नेह हो जब रिस्तो का नीव कमजोर हो सबकी अपनी अपनी हौर हो तब जाते घर गिर तब होते नही कोई करीब दोस्तों आपस में मेल रखो अपनों में स्नेह रखो हो कोई कड़वाहट तो बदलो उसे मुस्कुराहट में की घर की नींव ढीली ना हो अपनों के बीच दुरी ना हो #NojotoQuote