*मधुमास के फूलों को चुन कर लाया हूं* *यह नजम देख रही हो खुद बुन कर लाया हूं* यूँ तो हमारी गजलों को लोग कुन कहते हैं फिर भी *इन गजलों को तुम्हारे लिए तरन्नुम कर लाया हूं* बाजार-ए-इश्क में मोहब्बत मिलती है वफ़ा नही *ठुकराओ मत इसे मैं तुम्हारे लिए खुल कर लाया हूं* ~कुनाल माहेश्वरी🙏❤ #sunlight #Love #Ishq #Pyar #madhumas #nojotonews #nojotohindi Only for #Nojoto