Nojoto: Largest Storytelling Platform

अकेलेपन के ज़ख्म अपनेपन से ठीक हो जाते है, अपनो के

अकेलेपन के ज़ख्म अपनेपन से ठीक हो जाते है, अपनो के ज़ख्म मोहब्बत से ठीक हो जाते है, मोहब्बतो के ज़ख्म भी वक्त के साथ ठीक हो जाते हैं, पर वक्त जो देता है ज़ख्म वो काफी गहरे है कभी कोई अनजाने मे दे जाता है तो कभी वो ज़ख्म बेवक्त ही खुल जाते है की कभी जिनके साथ बनाई थी यादे अब वो खुद यादों में तबदील है।

©SAHIL KUMAR
  ज़ख्मो की दास्तान
sahilkumar8501

SAHIL KUMAR

New Creator

ज़ख्मो की दास्तान #कविता

27 Views