कागज़ मैंने कलम को विराम दिया था कि कुछ बेहतर लिख सकूँ Nojoto ने विचारों के साथ कलम भी चलवा दी। अव यह न मूल्यांकन करती है न आँकलन करती बस कागज घिसे जा रही है बेधड़क। दिल इसका दीवाना है। मेरी सुनता नहीं। पारुल शर्मा मैंने #कलम को #विराम दिया था कि कुछ बेहतर लिख सकूँ Nojoto ने विचारों के साथ कलम भी चलवा दी। अव यह न मूल्यांकन करती है न आँकलन करती बस #कागज घिसे जा रही है बेधड़क। #दिल इसका #दीवाना है।