क्षितिज के उस पार से सुनहले पंखों वाला भरता है उड़ान एक गुनगुनाता पंछी जिसके गुनगुनाने में भरा है जीवन का रस, ताल, और लयबद्ध संगीत जिसने अपने पंखों में भर रखी है चढ़ते- ढ़लते सूरज की लालिमा लालिमा का रंग और उसका संगीत जीवन जीने की कितनी सुन्दर कला है उसके पंखों का फैलाव, अगर पूरे आसमां को मुठ्ठी में भर लेने का संकेत है तो उसका संगीत है जीवन के सुख- दु:ख का राग और उसकी उड़ान सुख- दुख को मुठ्ठी में बांधे जीवन की एक लंबी यात्रा का संकेत है ©Harpinder Kaur # क्षितिज के उस पार