बड़े एवं कठोर निर्णय बहुमत से नहीं बुद्धिमत से लिये जाते हैं,, इतिहास साक्षी है कि,,, बहुमत से लिये गये बड़े निर्णय पतन का कारण बनते हैं। #बहुमत