साफ सुथरा हो घर आंगन शुद्व हो मन। निर्जल रहकर करते सूर्य देव को प्रसन्न। खरना, नहाय खाय, के नियम का करते पालन। ठेकुआ, गन्ना, नारियल फल करते अर्पण। डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य दे करते जल अर्पन। सुख, समृद्धि, मिले पुत्र, पौत्र सब सुखी रहे, कठिन तप करके मांगते ये वरदान। हे सूर्य देव! हे छठी मैया! करना जग कल्याण। भूल चुक हो गयी तो देना क्षमा दान। प्रार्थना यही आपसे देना सबको मनचाहा वरदान। ©Amita Mishra chhath puja #chhathpuja