नग्नता विचारों की नग्नता , भावों की नग्नता , और अंतर्मन की नग्नता , जो विषय मन मे होता तो है पर कहीं समाज के डर से छुपा हुआ , की अगर इसे मैंने कहीं जाहिर कर दिया तोह शायद मैं अपनी इज्जत खो बैठूंगा , पर दरसअल दो शख्स कम से कम होतें हैं हम सभी में एक वो जिसे हम सबको दिखाते हैं दिखावेवाला जिसपर बहुत मेकअप और हर वक़्त वो सामने वाले के अनुसार ढल कर अपने किरदार का अभिनय करने लगता हैं और एक वो जो निश्चल ,साफ सफेद और शुद्ध होता हैं वो जो चाहे उसमें घुलकर आनंद में गोते लगा सकता हैं वहीं कहीँ छुपी होती हैं नग्नता पर इसका आप अगर गलत उपयोग करेंगे तो आप , को ये नष्ट कर देगी पर कहीं अगर इसमे शालीनता घोल दी दायरे समाहित किये तो ये बेहतरीन मूर्त बनकर ,खुदमे खुदको आनंदित और ज्ञान और असीमित सुकूँ के मार्ग बना देगी ...खैर ये सोचने के लिए आम सोच से ऊपर उठकर ...मनन की जरूरत होगी पर सोच का दायरा तुच्छ हुआ तो हंसी में उड़ जाएगी ..... #neerajwrites #nagnta #yqbaba #vichaar #soch #swayam