सब होते हुए भी ज़िन्दगी में खालीपन है, कैसे भरूँ ये खालीपन ये मेरी उलझन है, उलझाऊ कितना भी मसरूफियतों में मैं खुद को, हर मसरूफियत में लगता बेमानीपन है l कभी पढ़ती हूँ किताबे, कभी कवितायें रचती हूँ , कभी खाली कागजों में रंग भरती हूँ , करती तो सब हूँ मैं, जो मैं करना चाहती हूँ , पर फिर भी इस ख्याल को ना भूल पाती हूँ , कि अभी मुझसे कुछ मेरा अंजानापन है l सब होते हुए भी ज़िन्दगी में खालीपन है .... ---- पूजा #खालिपन्