#OpenPoetry "ख़्वाब" कुछ पाने के ख़्वाब कुछ कर गुज़र जाने के ख़्वाब कुछ अधूरे से तो कुछ पूरे से ख़्वाब कुछ ऊँचा उड़ने के और कुछ गिर कर फिर संभलने के ख़्वाब कुछ प्यार लुटाने के तो कुछ प्यार पाने के ख़्वाब कुछ पूरे हो चुके ख़्वाब और कुछ कभी ना पूरा होने वाले ख़्वाब।। #OpenPoetry #show_some_love ख़्वाब हमारे हर दिन का हिस्सा हैं। हम जो सपने देखते हैं वो कभी कभी इतने बड़े होते हैं कि उन्हें सच करने के लिए हमे जी जान लगानी होती है। कभी भी इंसान को सपने देखना नही छोड़ना चाहिए, हम मेहनत करेंगे तो चाहे सपने बड़े हो या छोटे पूरे होंगे जरूर।।