Brand_New कितने किस्से बाकि उनको सुनाने रह गये नजरे मिलीं पर दिल मिलाने रह गये एक दौर चला तोहमतों का, शिकवों का, गिलों का कितने वादे निभाये और कितने निभाने रह गये ©सुशांत ’अब्तर’ #किस्से_दिल_की_किताब_के #किस्से_मोहब्बत_के #judai