जब जमघट छँट जाता है भीड़ भाड़ हट जाता है, बाजारों में मंदी आ जाती है, बस सूनापन छा जाता है । बस इसी तरह यह जीवन है जो नित्य पथ पर चलती है, सूनापन और जमघट मे बस अपनी राह बदलती है । त्योहारों के बीत जाने के बाद मन में ये कैसा ख़ालीपन भर जाता है? #जमघट #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi