निरंतर प्रयास और मन की शक्ति से ही, किस्मत जब बदनसीबी की मारी हुई लगे, शीतल जल धारा भी जब खारी हुई लगे। निरंतर प्रयास और मन की शक्ति से ही, जीत सकते हो बाज़ी वो जो हारी हुई लगे। ©एस पी "हुड्डन" #बाज़ी #AdhureVakya