New Year 2024-25 -कुण्डलिया- भटका सारा मीडिया, कुंभ पहुँचकर राह। माला वाली की उसे, सिर्फ रही परवाह।। सिर्फ रही परवाह, ख्याति वह कैसे पाएँ। अजब-गजब जो दृश्य, कैमरा वहीं घुमाएँ।। आइ आइ टी पास, एक बाबा में अटका। भूला अपना काम, और नैनों में भटका।। -हरिओम श्रीवास्तव- ©Hariom Shrivastava #NewYear2024-25 poetry in hindi