प्रेम का प्रतिदान कर दो, किसी का कल्याण कर दो, उड़ सके नभ में पतंगे, खाली आसमान कर दो, एकदिन चिड़ियों की ख़ातिर, स्थगित उड़ान कर दो, ख़्वाब पूरे हों सभी के, वक़्त मेहरबान कर दो, दूर हो मन से उदासी, सभी का सम्मान कर दो, मन सके हर घर दिवाली, ख़ुशी को मेहमान कर दो, धरोहर अक्षुण्ण रखकर, दूर सब अज्ञान कर दो, बाँटकर कुछ दर्द 'गुंजन', अधर पर मुस्कान कर दो, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' चेन्नई तमिलनाडु ©Shashi Bhushan Mishra #अधर पर मुस्कान कर दो#