भारत का संविधान एक ऐसा छाता है जिस पर पड़ने वाली हर धूप हमे आँच पहुंचाती है और हर बूंद हमे चोट! मग़र हम आज भी इसी भ्रम में मग्न है कि हमारे सिर पर एक छाता है!! ©क्षत्रियंकेश disclaimer:-Baba saheb ye nhi kahe the😊