देश व अपनो के लिए कुछ करने का सपना ठान लिया, नारी के दर्द को समझने का विवेक मांग लिया, हम भी खङे थे रिश्तो के दरवाजे पर, लोग वफाओ पर गिरे और हमने वो ही बहिनो वाला प्यार मांग लिया ।। -कुमार जगदीश Sister Love shayri