हसरतों की बात थी उडना तो था ना औकत थी आशियां बनाना था हवा में सपनों ने करनी मुलाकात थी इक शख्स था भेजा हुआ वो उस खुदा का नूर जो थामा था मेरा हाथ तो ख्वाब हकीकत बन गए !!! #MeraNoor