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# "प्रेम मन में पनपता है, पर शब्द | English Poetry

"प्रेम मन में पनपता है,
पर शब्दों में नहीं उपज पाता है,
कहने में लाज आती है,
तब प्रेम लिखना सिखाता है।

बस अब लिखना है प्रेम मुझे,
दिल ये ठान लेता है,
ख़ुद में जलती इस ज्योति को जो,

"प्रेम मन में पनपता है, पर शब्दों में नहीं उपज पाता है, कहने में लाज आती है, तब प्रेम लिखना सिखाता है। बस अब लिखना है प्रेम मुझे, दिल ये ठान लेता है, ख़ुद में जलती इस ज्योति को जो, #Poetry #स्वरचितरचना #AnjaliSinghal

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