ठोकर खा खा कर इस मुकाम पर खड़े है सपने हमारे हमेशा हमारी ओकात से बडे हैं ना साथ दिया किसी ने हमारा हम अकेले ही तकदीर से देर तक लडे हैं ©Gurmail Singh Gurmail Singh lyrics