आया बसंत रंग चढने लगा प्रेम का परवान आगे बढने लगा प्रेमिका प्रेमी संग चहकने लगी मधुर मधुर बयार बहने लगी सजधज राह निहारने लगी अधरों पे लाली दिखने लगा चेहरे पे मुस्कान खिलने लगा अलक पे गजरा महंकने लगा फूलों से घर आंगन सजानें लगा सुगंध की बयार बन हिया में बहने लगी बसंत तो मन में उतरने लगा चहुंओर प्रेम धुन गुंजने लगा आया बसंत रंग चढने लगा प्रेम का परवान चढने लगा ©संगीत कुमार #lovebirds