#Wochaand इक नेक खुशखल्क बशर जो गर्विदा हुआ है मूझपर,वो करके सलाम शहरे हरम में मिला है मुझको//१
मैं मशगूल थी मेरे खालिक की इबादत में,वो खुद नहीं रब के फजले करम में मिला है मुझको//२
वो मेहरबान फिदा तो है खुसूसन मुझी पर,मगर इजहारे़ शरम में मिला है मुझको//३
एक रोज कहना ही था मुझे आमीन,के वो नमाजे तहज्जुद की दुआए रहम में मिला है मुझको//४
शमा वो शहरे हरम गवाह है, उस नेक खुशख्लक बशर का,के वो मेरे ही मुनव्वर धरम में मिला है मुझको//५ #writersofindia#nojotohindi#poetsofindia#NojotoFilm#poetrycorner#nojotocreator#shamawritesBebaak