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read moreSahil Raj.
"Silence is better than explaining". ©Sahil Raj. sometimes silence works more louder than words . . . follow@Sahil Raj for more and daily quotes also do not forget to follow @thequoteways on instagram. . . .
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read moreshamawritesBebaak_शमीम अख्तर
#gazal© हरेक इंसान भी यहींऔर इंसानियत भी यहीं,के हो जाती है जाहिर हैवान की हैवानगी भी यहीं//१ होकर शादमा मिरी जान मुझसे मिल तो सही,के घुटकर मर जाती है सात पर्दों में दीवानगी भी यहीं//२ तमाम तसव्वुर को करके तर्क,तिरी याद को दिल में लिए,के छाई है सूरत पे बेचारगी भी यहीं//३ हाय रह गई आईने में अक्स की हकीकत भी धरी,के अक्सर छोड़ गई है पेशानी पर हैरानगी भी यहीं//४
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क्यूं बशर की सूरत में ढाले गए हम, किस जुर्म में जन्नत से निकाले गए हम//१ खुदाया इसलिए जन्नत से निकाले गए हम, के इब्लिसे बहकावे में पाए गए हम//२ थी कुछ तो मसलहत तेरी इसमें,के तभी तो जीस्त_ए_गिरफ्त में लाए गए हम//३ थी इजहारे*वहदानियत इसमें खुदा की, तभी तो बशर की*सूरत में ढाले गए हम//४ बारहा हर दफा तोड़ा है अपनों ने ये दिल,के तभी तो सिक्का_ए _मानिंद उछाले गए हम//५ "शमा"*ममनू था गंदूम आदमहव्वा के लिए, खाया तभी तो जन्नत से निकाले गए हम//६ shamawritesBebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #silhouette क्यूं*बशर की सूरत में ढाले गए हम,किस जुर्म में जन्नत से निकाले गए हम//१*इंसान खुदाया इसलिए जन्नत से निकाले गए हम,के इब्लिसे बहकावे में पाए गए हम//२ थी कुछ तो*मसलहत तेरी इसमें खुदाया ,के तभी तो जीस्त__गिरफ्त में लाए गए हम//३ थी इजहारे*वहदानियत इसमें खुदा की,तभी तो बशर की*सूरत में ढाले गए हम//४
#silhouette क्यूं*बशर की सूरत में ढाले गए हम,किस जुर्म में जन्नत से निकाले गए हम//१*इंसान खुदाया इसलिए जन्नत से निकाले गए हम,के इब्लिसे बहकावे में पाए गए हम//२ थी कुछ तो*मसलहत तेरी इसमें खुदाया ,के तभी तो जीस्त__गिरफ्त में लाए गए हम//३ थी इजहारे*वहदानियत इसमें खुदा की,तभी तो बशर की*सूरत में ढाले गए हम//४
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हरेक इंसान भी यही और इंसानियत भी यहीं ,हो जाती है जाहिर हैवान की हैवानगी भी यहीं//१ होकर शादमा मिरी जान मुझसे मिल तो सही,के घुटकर मर जाती है सात पर्दों में दीवानगी भी यहीं//२ तमाम तसव्वुर को करके तर्क,तिरी याद को दिल में लिए,तभी तो छाई है सूरत पे बेचारगी भी यही//३ हाय रह गई आईने में अक्स की हकीकत भी धरी, के अक्सर छोड़ जाती है पेशानी पर हैरानगी भी यहीं//४ ऐ दुन्यावी खल्क जरा सलीके से पेश आ,के तुझे देखनी है जन्नत और जहन्नुम की कुशादगी भी यही//५ "शमा"यूंतो इंसानियत के मरहले दुश्वार ही गुजरे़, मगर वो तो गुजार रहे है आवारगी भी यही//६ #shamawritesBebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #sadak हरेक इंसान भी यही और इंसानियत भी यहीं,हो जाती है जाहिर हैवान की हैवानगी भी यहीं//१ होकर शादमा मिरी जान मुझसे मिल तो सही,के घुटकर मर जाती है सात पर्दों में दीवानगी भी यहीं//२ तमाम तसव्वुर को करके तर्क,तिरी याद को दिल में लिए,तभी तो छाई है सूरत पे बेचारगी भी यही//३ हाय रह गई आईने में अक्स की हकीकत भी धरी,के अक्सर छोड़ जाती है पेशानी पर हैरानगी भी यहीं//४
#sadak हरेक इंसान भी यही और इंसानियत भी यहीं,हो जाती है जाहिर हैवान की हैवानगी भी यहीं//१ होकर शादमा मिरी जान मुझसे मिल तो सही,के घुटकर मर जाती है सात पर्दों में दीवानगी भी यहीं//२ तमाम तसव्वुर को करके तर्क,तिरी याद को दिल में लिए,तभी तो छाई है सूरत पे बेचारगी भी यही//३ हाय रह गई आईने में अक्स की हकीकत भी धरी,के अक्सर छोड़ जाती है पेशानी पर हैरानगी भी यहीं//४
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🤗खुराफात ✍️ जोजो गुजरी है मूझपे,वो सब लिखके सुखन में बाते कर डाली, अब उनको लगता है,मैने ही खुराफाते कर डाली//१ मैं कोई गैर तो न थी, तुमने करतूते भी ऐसी कर डाली, अब देते हो दुहाई,के मैने ही खुराफाते कर डाली//२ जब आस्तीन के सांपो ने बाहें मेरी डस डाली,अब कुचला है फनतो तड़प उठे,के मैने ही खुराफाते कर डाली//३ ऐसे लोगो को कहां तक जज्ब करते,जिन्होंने दूर नाखून से गोश्त कर डाली,अब ले चुके सब्र, तो कहते है मैंने ही खुराफाते कर डाली//४ शमा" को मालूम ही नहीं खुराफात किस बला का नाम है,लिखके सुखन में खरीखरी,हां जब मैंने ही खुराफाते कर डाली//५ shamawritesBebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #dhoop#Nojoto 🤗खुराफात ✍️ जो जो गुजरी है मूझपे, वो सब लिखके सुखन में बाते कर डाली,अब उनको लगता है,मैने ही खुराफाते कर डाली//१ मैं कोई गैर तो न थी, तुमने करतूते भी ऐसी कर डाली,अब देते हो दुहाई,के मैने ही खुराफाते कर डाली//२ जब आस्तीन के सांपो ने बाहें मेरी डस डाली,अब कुचला है फन,तो तड़प उठे,के मैने ही खुराफाते कर डाली//३
#dhoop 🤗खुराफात ✍️ जो जो गुजरी है मूझपे, वो सब लिखके सुखन में बाते कर डाली,अब उनको लगता है,मैने ही खुराफाते कर डाली//१ मैं कोई गैर तो न थी, तुमने करतूते भी ऐसी कर डाली,अब देते हो दुहाई,के मैने ही खुराफाते कर डाली//२ जब आस्तीन के सांपो ने बाहें मेरी डस डाली,अब कुचला है फन,तो तड़प उठे,के मैने ही खुराफाते कर डाली//३
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मेरे अल्फाज लफ़्ज़ों के काग़ज़ पे जब बिखेरते हैं, हाले दिल मेरी कलम से सदफ पे बेजा रंग भरते है//१ जालिमों से कह दो की मेहशरे अंजाम क्या होगा, ये कमजर्फ लोग मुझसे नाहक जंग करते है//२ सितमगर ताउम्र लगेगी तुझे_मुझे भुलाने में,के जख्मी दिलों के ज़ख़्म कहाँ जल्द भरते हैं//३ ज़माना तेरी चालाकिया चालबाजियां खूब जाने है,पर हम जान बूझकर तुझे दरगुजर करते है//४ "शमा"अब ताज्जुब न कर ये वो दौर है,के जिसमे लोमडी_सियार भी एक साथ शिरकते सफर करते है//५ #shamawritesBebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #intezaar मेरे अल्फाज लफ़्ज़ों के काग़ज़ पे जब बिखेरते हैं,हाले दिल मेरी कलम से सदफ पे बेजा रंग भरते है//१ जालिमों से कह दो की मेहशरे अंजाम क्या होगा,ये कमजर्फ लोग मुझसे नाहक जंग करते है//२ सितमगर ताउम्र लगेगी तुझे_मुझे भुलाने में,के जख्मी दिलों के ज़ख़्म कहाँ जल्द भरते हैं//३ ज़माना तेरी चालाकिया चालबाजियां खूब जाने
#intezaar मेरे अल्फाज लफ़्ज़ों के काग़ज़ पे जब बिखेरते हैं,हाले दिल मेरी कलम से सदफ पे बेजा रंग भरते है//१ जालिमों से कह दो की मेहशरे अंजाम क्या होगा,ये कमजर्फ लोग मुझसे नाहक जंग करते है//२ सितमगर ताउम्र लगेगी तुझे_मुझे भुलाने में,के जख्मी दिलों के ज़ख़्म कहाँ जल्द भरते हैं//३ ज़माना तेरी चालाकिया चालबाजियां खूब जाने
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खुलुसे मुहब्बत और वफा की जो ये निशानी है, के मेरे घर की फिजा आज भी सुहानी है//१ मेरे मिजाज में अब तक जो ये रवानी है,ये मेरी नेकियों का सिला और मुझपे वालीदेंन की दुवाए मेहरबानी है//२ किसी के ज़ख्म हरे,किसी के है,ये सुर्ख ,हरेक अफ़राद की ये अलहदा कहानी है//३ मैं जानती हुं जालिमों के जोम का अंजाम,ये जबर मैने,बेबसों की बेचारगी से छानी है//५ टूटते नशेमन बिखेरते रिश्ते ये खौफजदा साये, इस दौरे हयात की यही रंज_ओ_गानी है//५ शमा हयाते जविंदा तो अपने हाथ में है,ये और बात है,कि दुनिया सराय फानी है//६ #shamawritesBebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #Aansu खुलुसे मुहब्बत और वफा की जो ये निशानी है,के मेरे घर की फिजा आज भी सुहानी है//१ मेरे मिजाज में अब तक जो ये रवानी है,ये मेरी नेकियों का सिला और मुझपे वालीदेंन की दुवाए मेहरबानी है//२ किसी के ज़ख्म हरे, किसी के है,ये सुर्ख,हरेक अफ़राद की ये अलहदा कहानी है//३ मैं जानती हुं जालिमों के जोम का अंजाम,ये जबर मैने,बेबसों की बेचारगी से छानी है//५
#Aansu खुलुसे मुहब्बत और वफा की जो ये निशानी है,के मेरे घर की फिजा आज भी सुहानी है//१ मेरे मिजाज में अब तक जो ये रवानी है,ये मेरी नेकियों का सिला और मुझपे वालीदेंन की दुवाए मेहरबानी है//२ किसी के ज़ख्म हरे, किसी के है,ये सुर्ख,हरेक अफ़राद की ये अलहदा कहानी है//३ मैं जानती हुं जालिमों के जोम का अंजाम,ये जबर मैने,बेबसों की बेचारगी से छानी है//५
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#gazal खनक सिक्कों की सुनते ही.... #shamawritesBebaak #poetsofindia #writersofindia #poetrycorner #nojotocreator #nojotohindi #NojotoFilm #Trending Saad Ahmad ( سعد احمد ) Manzoor Alam Dehalvi Mukesh Poonia qais majaz,soofi Satyajeet Roy
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फलक पर मजलूम की आहफुगा जरूर जाती है सितमगर_ए _सजा जरूर रंग लाती है//१ उलजुलूल जुनू का खामियाजा,बकाया है उसीपे ऐसी हुकूमतो में ही जुनू_ए _खता जरूर रंग लाती है//२ मेरी हुकूमत,मेरा कानून मैंही मुद्दई,मैंही मुंसिफ,हमे एतबार थाजब होती है रब_ए_वबा,जरूर रंग लाती है//३ करवा दिए कई बेगुनाहों के कत्ल,अब मस्ती में बवाल न कर,के मकतूल_ ए_सदा जरूर रंग लाती है//४ यकीं न होतो इक लम्हा मेहशर से डर,के अर्श से अदल की अज़ा जरूर रंग लाती है//५ जो खामोश है,वो तेरे सितम से चूर है,मगर खामोशी_ए_कारवां जरूर रंग लाती है//६ "शमा"पर सितम करने वाले सीतमगरो तुम्हारी यही दुग्गल_ए _अदा जरूर रंग लाती है//७ #shamawritesBebaak ©shamawritesBebaak_शमीम अख्तर #Chalachal फलक पर मजलूम की आहफुगा जरूर जाती है, सितमगर_ए _सजा जरूर रंग लाती है//१ उलजुलूल जुनू का खामियाजा,बकाया है उसीपे,ऐसी हुकूमतो में ही जुनू_ए _खता जरूर रंग लाती है//२ मेरी हुकूमत,मेरा कानून मैंही मुद्दई,मैंही मुंसिफ, हमे एतबार था जब होती है रब_ए_वबा,जरूर रंग लाती है//३ करवा दिए कई बेगुनाहों के कत्ल,अब मस्ती में बवाल न कर,के मकतूल_ ए_सदा जरूर रंग लाती है//४
#Chalachal फलक पर मजलूम की आहफुगा जरूर जाती है, सितमगर_ए _सजा जरूर रंग लाती है//१ उलजुलूल जुनू का खामियाजा,बकाया है उसीपे,ऐसी हुकूमतो में ही जुनू_ए _खता जरूर रंग लाती है//२ मेरी हुकूमत,मेरा कानून मैंही मुद्दई,मैंही मुंसिफ, हमे एतबार था जब होती है रब_ए_वबा,जरूर रंग लाती है//३ करवा दिए कई बेगुनाहों के कत्ल,अब मस्ती में बवाल न कर,के मकतूल_ ए_सदा जरूर रंग लाती है//४
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