'मरघट' हरकत करके होशियार रहिये, मरघट जाने को तैयार रहिये, जमाना बचाने नहीं आएगा.., अपनेआप ही खबरदार रहिये! झूठ के वज़न को उतार रहिये, घृणा की सोच से पार रहिये, संसार समझाने नहीं आएगा.., अपनेआप ही जिम्मेदार रहिये! हरकत करके होशियार रहिये, मरघट जाने को तैयार रहिये! चरित्र में खुद एक सुविचार रहिये, सेवाभाव से लिप्त अपार रहिये, ये जगत बताने नहीं आएगा.. अपनेआप ही असरदार रहिये ! हरकत करके होशियार रहिये, मरघट जाने को तैयार रहिये! नित शांति के पालनहार रहिये, सच्चे आनंद के सूत्रधार रहिये, संसार सिखाने नहीं आएगा.., अपनेआप ही चमकदार रहिये! हरकत करके होशियार रहिये, मरघट जाने को तैयार रहिये! डॉ आनंद दाधीच "दधीचि" ©Anand Dadhich #मरघट #geet #kaviananddadhich #poetananddadhich #Hindi #poetsofindia #ghat