मुश्किल है सफर... (कृपया अनुशीर्षक पढ़ें) ©अनुज मुश्किल है सफर लेकिन नामुमकिन तो नहीं, डगर कोई भी हो लेकिन कांटों के बिन तो नहीं छोड़कर सर्वस्व अपना एक दांव खेला जाए, भीड़ से हटकर कोई, कहीं तो अकेला जाए,