मण्डी लगी शिवरात्रि लगे ढोल - नगाड़े बजदे निकल रही है भव्य जलेब माधोराय लगे आगे आगे चलदे अपनी-अपनी टोलियां संग देवी-देव नाचते गाते आते हैं आओ चलें टारना री धार पर जहां कमरूनाग विराजे हैं घूंघट डाल बैठी हैं रानी की सखियां बेड़े में गीत गुनगुनाती हैं देती हैं अपने भक्तों को दर्शन और उनकी मनोकामना पूर्ण कर जाती हैं लगी है रौनक पड्डल में वहां देवी- देव विराजे हैं गूंज उठा है संपूर्ण ब्रह्मांड बज रहे वहां साजे-बाजे हैं ©Harpinder Kaur # अंतरराष्ट्रीय मण्डी शिवरात्रि में आपका स्वागत है 💐🙏