Village Life जन्नत है गाँव की आब ओ हवा और तुम्हें जहन्नुम-ए-शहर लुभा रहा है अमृत को ठुकराके विष पी रहे और कहते हो तनाव ज़िंदगी खा रहा है ©Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात) #villagelife