धर्म रिवाजों के बंधन से मुक्त गगन को रहने दो पंछियों को उड़ते रहने दो बांधो न परों को उनके हवाओं के संग बहने दो पंछियों को उड़ते रहने दो ©Ashraf Fani【असर】 धर्म रिवाजों के बंधन से मुक्त गगन को रहने दो पंछियों को उड़ते रहने दो बांधो न परों को उनके हवाओं के संग बहने दो पंछियों को उड़ते रहने दो #ashraffani #Birds