चिंगारियां जलने से हजारों उठती हर एक अपनी औकात के अनुसार जलती बेवफा है यह दुनिया दस्तूरों अनुसार ही चलती मंजिल सबकी एक ही फिर भी गरुर की लौ अपनी आदत नहीं छोड़ती अंत में राख बन इधर उधर बिखर जाती #gif चिंगारी