किया है भरोसा चलो साथ में तुम । कहीं हाथ मेरा नही छोड़ दो तुम ।। किया है भरोसा ...... कसम ले रहा हूँ तुम्हारी सनम मैं । तुम्हारे लिए तो कई लूँ जनम मैं ।। तुम्हें रैन सारी निहारा करूँ फिर । अगर दिल कि रानी हमारी बनो तुम ।। किया है भरोसा चलो .... यकी कर हमारा न आए कभी गम । न हो ज़िन्दगी में कभी आँख ये नम ।। खुशी सब तुम्हीं पर लुटाता रहूँगा । अगर जो हमारी दुल्हनिया बनो तुम ।। किया है भरोसा .... खिलेंगे सुनो फूल अँगना हमारे । वही कल बनेंगे हमारे दुलारे ।। चलो साथ जीवन यहाँ हम गुजारे । अगर प्राण प्रियतम हमारे बनो तुम ।। किया है भरोसा.... तुम्हें माँग में मैं सजा के रखूंगी । इन्ही चूडियों में बसा के रखूंगी । मगर शर्त इतनी अगर मान लो तुम । हमारे हमारे हमारे रहो तुम ।। किया है भरोसा .... किया है भरोसा चलो साथ में तुम । कही हाथ मेरा नही छोड़ दो तुम ।। १३/०५/२०२३ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR किया है भरोसा चलो साथ में तुम । कहीं हाथ मेरा नही छोड़ दो तुम ।। किया है भरोसा ...... कसम ले रहा हूँ तुम्हारी सनम मैं । तुम्हारे लिए तो कई लूँ जनम मैं ।। तुम्हें रैन सारी निहारा करूँ फिर । अगर दिल कि रानी हमारी बनो तुम ।।