फिर से दस्तक दी है तुमने मेरे इस दिल पर फिर से इक सुरूर सा छाया है मेरे सूने से इस ज़िन्दगी में लगता है फिर से कोई बहार आया है.... ©आलोक कुमार कर्ण #बहार