संभला इसलिए नहीं कि संभलना आता था, संभला ऐसे की बस बिखर ना सका, संभला यूं भी नहीं की संभला सा हूं , संभला यूं की बस टूट ना सका, मलाल इस बात की नहीं कि बात कह ना सका, मलाल इस बात का है कि जो बात है वो है कहे नहीं सकता, गुरूर इस बात का नहीं है कि हमे में कोई ख़ामी नहीं, अना इस बात की है कि मैं मुखौटे नहीं पहनता । #hindishayari #shayari #quote #ideas #feelings #poem #experience #life