होली ========= जिस दिन मिटा दो नफरत के रंगों को छेड़ दो खुशियों की तरंगों को,, हो जाए जब मन पावन जब बसंत भी लगने लगे सावन, जब आकाश में बन जाए फूलों का बाग जब घटाएं गाए सतरंगी राग, जब मन में छाए मस्ती की बाहर जब तन पर बरसे रंगों की बौछार,, जब लगे रिश्तो में उमंग घोली है तो समझ लेना यही होली है,,,, #holi #shubhamjainparag