तुम सबसे अलग हो, पर हो तो तुम मुझमें ही, तुम्हारी ख़ामोशी को, महसूस करती हूं ख़ुद में ही, तुमसे जो भी है, मैं कह नहीं पाती तुम्हें ही, तुम्हें मेरे हृदय ने स्वीकारा है, सिर्फ़ मैंने ही नहीं, तुम्हारी आवाज़ से ही मन में, छिड़ जाती हैं तरंगें कई, अगर कभी हम मिले कहीं, तो निश्चित है चुंबकीय प्रभाव उत्पन्न होगा ही, इतनी बड़ी दुनिया में तुमसे ही टकराई हूं, ज़रूर पिछले जन्म में बिछड़े होंगे हम कहीं, अब यहां तक आए हैं, तो आगे भी साथ रहेंगे यूं ही.!! - Kiran ✍🏻❤️🧿 ©ख्वाहिश _writes #togetherforever