बूरी हैं बूरी हैं ये दुनिया बूरी हैं बरी हैं बरी हैं यहा सब बरी हैं खरी हैं खरी ये ताकद खरी हैं मरी हैं यहा पे वो रुह मरी हैं चली हैं हवा जो कही पे चली हैं मेरे हक मे हैं या, कहा से चली हैं वकीलो की बस्ती रखी हैं यहा पे बरी होंगे फिर भी जो गलती करी हैं तावयाफ से ज्यादा हैं इज्जत हमारी करे हम ही खुद की नही दुनिया सारी डूबाया हैं खुद को, बाचायेंगे खुद ही करेंगे इफाजत, नाही होशियारी करामत जो देखी हैं मैने ही खुद से बताया हैं खुद को ना जाना तू खुद से काफिला ये दीखा हैं मिटेगा भी खुद ही कबर खोदना चाहता हैं क्या खुद से #सत्यसाधक #MoonHiding #दुनिया #बूरी #हैं #सत्यसाधक