"भूख" (Caption पढ़ें) उस बच्चे की किलकारी में, उस माता की लाचारी में, ज़मीं पर पड़ी खुरचन को, उठाने की तैयारी में, मरती हुई आस खूब देखी है, साहब मैंने भूख देखी है। वो चिपके हुए पेट देखे हैं,