ग़ज़ल हम सभी को गले से लगा के चले सब गिले आज से हम भुला के चले दूर क्यो हो गई अब यार जिंदगी पास आ के कदम अब मिला के चले वक्त है आज कल का भरोसा नही अब चलो वज़्म कोई सजा के चले कौन किरदार है किसका किरदार है सारे नाटक के पर्दे गिरा के चले दूर होते हुए आँख भी नम न हो वक्त रुख़सत सभी को हँसा के चले प्यार है जिंदगी जिंदगी प्यार है बात सबको यही हम बता के चले हम यहाँ प्यार के सुख़नवर है धरम हम ग़ज़ल प्यार की ही सुना के चले धरम सिंहः ©kavi Dharmsingh Malviya धरम की ग़ज़ल #patience