Nojoto: Largest Storytelling Platform

दौलत, रिश्ते, गाड़ी, बंगला, सम्मान पाया मौज क्या हो

दौलत, रिश्ते, गाड़ी, बंगला, सम्मान पाया
मौज क्या होती हैं, अभी तक न जान पाया।

पल भर का सुकून जरूर मिला था इन सबसे यारा
अब सुकून नहीं दे पाता, अपना भी मकान भाया।
मौज क्या होती हैं, अभी तक न जान पाया।

मन कल भी बैचैन था, मन अब भी बेचैन हैं,
मन ने कब किसके, एक जगह ध्यान लगाया।
मौज क्या होती हैं, अभी तक न जान पाया।

काबा भी घूमा, काशी भी घूमा,मौज पाने को,
मैखाने में भी ढूढ़ा ,मौज को न पहचान पाया।
मौज क्या होती हैं, अभी तक न जान पाया।

©Kamlesh Kandpal
  #mauj