अज़ीज़ हैं वो और वाकिफ भी हैं मिरे सरिश्त से, फिर भी मिरे अज़ाब को समझ कर अश्क़िया बन गए.... शायद किसी ग़ैर की तासीर से मुहब्बत ख़ता मे तब्दील हो गई। अज़ीज़- अति प्रिय सरिश्त- स्वभाव अज़ाब- पीड़ा अश्क़िया- कठोर हृदय तासीर- प्रभाव ख़ता- गलती ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :)