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कुछ तो है जो दूर रहने पर हमें भी जोड़ें रखता है और

कुछ तो है जो दूर रहने पर हमें भी जोड़ें रखता है
और ज्यादा करीब आने भी नहीं देता
कुछ है जो दूसरों को खूब समझ में आता है मगर हमे नज़र भी नहीं आता है

कुछ तो है जो तुम्हारी बेतुकी में ना चाहते हुए भी हसा ही देता है 
तुम चाहे याद दिलाओ न दिलाओ मेरी गलतियां मुझे और गलतियां करने से रोक ही देतीं है 

कुछ तो है जो युं सुबह शाम ज़हन में रहता है 
कुछ है जो हमें एक दूसरे से रूठने नहीं देता
जो हाथ कभी पकड़ा ही नहीं हमने, उस हाथ को छूटने नहीं देता

कुछ तो है जो दिल की बात जुबां पर आते आते 
चलो छोड़ो फिर कभी पर आकर रोक देता है 
कुछ है जो दिन भर भले ना मिलो मगर शाम होते-होते इक दफा मिलना जरूरी हो जाता है

कुछ तो है जो ये तुम्हारा बेबाक झल्ला पन ज़ाहिर हो जाता है सामने मेरे, और मैं भी आज़ाद रहता हूं तुम्हारे लिए
कुछ तो है, या
कभी कभी लगता है बहुत कुछ है ‌ #NojotoQuote कुछ तो है 
#Astitva

कुछ तो है जो दूर रहने पर हमें भी जोड़ें रखता है
और ज्यादा करीब आने भी नहीं देता
कुछ है जो दूसरों को खूब समझ में आता है मगर हमे नज़र भी नहीं आता है

कुछ तो है जो तुम्हारी बेतुकी में ना चाहते हुए भी हसा ही देता है
कुछ तो है जो दूर रहने पर हमें भी जोड़ें रखता है
और ज्यादा करीब आने भी नहीं देता
कुछ है जो दूसरों को खूब समझ में आता है मगर हमे नज़र भी नहीं आता है

कुछ तो है जो तुम्हारी बेतुकी में ना चाहते हुए भी हसा ही देता है 
तुम चाहे याद दिलाओ न दिलाओ मेरी गलतियां मुझे और गलतियां करने से रोक ही देतीं है 

कुछ तो है जो युं सुबह शाम ज़हन में रहता है 
कुछ है जो हमें एक दूसरे से रूठने नहीं देता
जो हाथ कभी पकड़ा ही नहीं हमने, उस हाथ को छूटने नहीं देता

कुछ तो है जो दिल की बात जुबां पर आते आते 
चलो छोड़ो फिर कभी पर आकर रोक देता है 
कुछ है जो दिन भर भले ना मिलो मगर शाम होते-होते इक दफा मिलना जरूरी हो जाता है

कुछ तो है जो ये तुम्हारा बेबाक झल्ला पन ज़ाहिर हो जाता है सामने मेरे, और मैं भी आज़ाद रहता हूं तुम्हारे लिए
कुछ तो है, या
कभी कभी लगता है बहुत कुछ है ‌ #NojotoQuote कुछ तो है 
#Astitva

कुछ तो है जो दूर रहने पर हमें भी जोड़ें रखता है
और ज्यादा करीब आने भी नहीं देता
कुछ है जो दूसरों को खूब समझ में आता है मगर हमे नज़र भी नहीं आता है

कुछ तो है जो तुम्हारी बेतुकी में ना चाहते हुए भी हसा ही देता है

कुछ तो है #Astitva कुछ तो है जो दूर रहने पर हमें भी जोड़ें रखता है और ज्यादा करीब आने भी नहीं देता कुछ है जो दूसरों को खूब समझ में आता है मगर हमे नज़र भी नहीं आता है कुछ तो है जो तुम्हारी बेतुकी में ना चाहते हुए भी हसा ही देता है