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कैसे समझाऊं प्यार मेरा सच्चा था। तेरे सिवा कोई





कैसे समझाऊं प्यार मेरा सच्चा था।
तेरे सिवा कोई न मेरा अपना था।

पर तुने मुझे बहुत रूलाया है।
हंसने  का करके वादा बस दर्द ही दिया है।

अगर मुझसे प्यार नहीं फिर ये दिखावा क्यों करती है।
मेरे नाम का गले में मंगलसुत्र,और माथे पर सिन्दूर क्यों भरती है।

इस मतलबी दुनिया में एक तेरा ही तो भरोसा था।
क्यों की तूने‌ मुझे बड़ी बीमारी से बचाकर ये जीवन दान दिया था।

अब मैं न जाने क्यों तेरी न पसंद बन चुका हूं।
तेरी दी हुई जिंदगी से बहुत दर्द खा चुका हूं।

बीन‌ प्यार के ये विवाह के बंधन बस हम दोनों को दर्द ही दे सकते हैं।
घर तों होंगे पर ऐसे घर कैसे बस सकते हैं ।

©Instagram id @kavi_neetesh
  तूने दर्द बहुत दिया है।
#GoldenHour

तूने दर्द बहुत दिया है। #GoldenHour #शायरी

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