ना जाने ये क्या हुआ हैं मुझे आँखे अब भी उसकी को ढूंढती हैं ना जाने मुझे ये क्या हुआ हैं धड़कने अब भी उसके राह सी ही तो मेरी चलती हैं ना जाने ये क्या हुआ हैं मुझे सांसे अब भी उसके नाम से ही चलती हैं ना जाने क्या हुआ हैं मुझे रातें अब भी रो कर ही गुजरती हैं ना जाने ये क्या हुआ हैं मुझे बातो में अब भी सिर्फ उसका ही ज़िक्र रहता हैं ना जाने ये क्यों मुझे ज़िन्दगी से प्यारी अब मौत लगने लगी हैं मोहब्बत से प्यारी अब नफरत लगने लगी हैं #how i forget you