कल रात वो हमसे मिलने आये गुज़रा वक़्त अपने साथ लाये संभलती चाल,सहमी आवाज़ आँखों में ज़िन्दगी की तलाश चाँदनी में डूबी छत को कोसते कहने को कुछ नही है यह कहने आये कल रात वो हमसे मिलने आये गुज़रा वक़्त अपने साथ लाये ©pankaj mishra #हालात