ए क़लम खफ़ा न हो... फिर कोई मिलेगा.. हम फिर लिखेंगे तराने प्यार के.. तब तक तू सो जा सुनहरे सपनों में खो जा तन्हाई की रात गुजरने तो दे प्रेम की भोर निकलने तो दे अरे ये दुनिया प्यार पर ही तो टिकी है हाँ मगर प्यार को अश्कों की सौगात मिली है ©Adv. Rakesh Kumar Soni (अज्ञात) #Pencil