गीत
रंगों का त्योहार निकट है कान्हा यूॅं ना छिप जाना
तुम ना हो तो गोकुल में कैसे होगा हॅंसना-गाना
कितने रंग तुम्हारे हैं ये किसने जाना ओ गिरिधर
होली ये बेरंग रहेगी तुम न रहोगे साथ अगर
क्या बालक क्या बाला सबने तुमको है अपना माना #Song #Holi#Hindi#कविता#holispecial