White खेलकूद से भरी वह शाम लौट नहीं आती । होठों पर अब वह बचपन वाली मुस्कान नहीं आती । गुजरे है, कितने लम्हे मगर पर अभी भी बचपन की यादों के बगैर सुकून की नींद नहीं आती..... ©Sudha Betageri #,sudha